ये वाली भी हटा दी 2011 में पंजाब में लगभग 3 लाख ईसाई थे...अब लगभग 44 लाख है...13 सालों में 14 गुना बढ़ोतरी,पंजाब के खालिस्तानी, हिंदुओं संघ भाजपा में दुश्मन ढूंढते रहे और चुपके से ईसाई मिशनरीज़ इनके पैरों के नीचे से ज़मीन खिसका रही है,जो नुकसान अब तक हो चुका है ये कभी बदलने वाला नही है,
खालिस्तानीयो ने पूरा फोकस सिक्खों को हिन्दुओ से काटने ओर कबाइलियों मिसनरीयो से गठजोड़ करने में लगाया है ,उसका परिणाम ये हुआ कि मिसनरी पंजाब में फ्री हैंड होगए ओर भीषण परिणाम सबके सामने है।
ओर आश्चर्य देखो जिस संघ को खालिस्तानी गाली देते है वही संघ इन कनवर्ट होकर ईसाई बन चुके सिक्खों को पुनः सिक्ख बनाकर बाईबल छुड़वा कर गुरुग्रंथ साहब हाथ मे दे रहा है ।
सिक्खों को अपने बीच के दुश्मन ओर सहयोगी को पहचानना होगा वरना पंजाब के हर गांव में गुरुद्वारे की जगह चर्चोर हर घर मे गुरुग्रंथ साहिब की जगह बाईबिल पहुच जाएगी।
ये समय हे सम्भलने का। आगे आपकी इच्छा।
Neeraj Mahajan
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