वक्त की साजिशों में उलझा छोटा सा एक ख़्वाब हूँ, बिखरा नहीं हूँ, थोड़ा सब्र तो करो, बस हालातों में गिरफ़्तार हूँ, लाज़्मीं है मेरा हर रोज समाचार की सुर्खियों में समा जाना, सड़कों पर #संघर्ष करता राष्ट्र का जो सम्मान हूँ ! 
पूरे संसार में #ईश्वर ने 
 
केवल इंसान को ही मुस्कुराने का गुण दिया है 
 
इस गुण को खोइए म 
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