26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद उस समय की कांग्रेस सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि 2016 में उरी में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने सेना को खुली छूट दी और भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।