जो चूक हमारे पूर्वजों ने की थी,
वह छत्रपति शिवाजी महाराज ने नहीं किया था । पकङे गए शत्रू को कभी भी जीवनदान नहीं दिया .. उलटा ऐसी मौत दी कि, मुगल निज़ाम भयाक्रान्त रहने लगे ।
सवा लाख की सेना लेकर आए अफज़ल खान का वध करने के उपरान्त उसका मस्तक काटकर,शत्रु के सामने से लाकर प्रतापगढ़ के द्वार पर लटका दिया था ।
यह थे वीर शिवा जी 🚩🚩
शिवाजी का मार्ग चुनने की आवश्यकता है.।
जय भवानी 🔥 जय शिवाजी