तुम ही पिता तुम ही हो माता 
तेरे बिना मुझे कुछ नही भाता 
 
तुमसे बड़ा कोई विधाता नही दाता नही जगदाता नही 
 
तुमसे ऊपर कोई सत्ता नही तुमसे ऊपर कोई संविधान नही तेरी भक्ति से बढ़कर कोई ज्ञान नही तुम्हारे समान कोई दानी नही 
 
वेद उपनिषद शास्त्र श्रुति स्मृति पुराण आगम निगम तुम्हारे श्रीचरणों में नाक रगड़ते है । 
 
ब्रह्मा विष्णु नारद शारद सुरेश महेश शेष यम अग्नि सूर्य चंद्र वरुण राम कृष्ण सबने तेरा गुणगान किया है तेरा और मां भगवती का ध्यान किया है । 
 
जिसको है तेरे चरणों का सहारा वो कभी भी कहीं नही हारा । 
हम भी तेरे चरणों के दास है तू ही हमारी श्रद्धा बस तू ही विश्वास है । 
 
सर पे हाथ बनाये रखना अपने हृदय से लगाये रखना