हम सब हनुमान चालीसा पढते हैं, सब रटा रटाया। 
क्या हमे चालीसा पढते समय पता भी होता है कि हम हनुमानजी से क्या कह रहे हैं या क्या मांग रहे हैं? 
बस रटा रटाया बोलते जाते हैं। आनंद और फल शायद तभी मिलेगा जब हमें इसका मतलब भी पता हो। 
तो लीजिए पेश है श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित!!
 
         
		  
		