एसडीएम साहब को CNG भरवाने की इतनी जल्दी थी कि जैसे खुद गाड़ी नहीं, रॉकेट में बैठे हों 🚗💨 
पम्प वाले भाईसाब थोड़ी देर क्या लगा दिए, साहब को लगा “चलो एडवांस पेमेंट कर देते हैं, काम फटाफट होगा” 💸 
अब अंदाज़ा लगाइए... 
साहब ने खुद ही अनुमानित रेट तय किया, और थप्पड़ की रसीद थमा दी ये कहते हुए — 
👉 “मैं एसडीएम हूँ!” 😤 
कर्मचारी भैया सकते में 😳 — 
सोचा, इतने बड़े अधिकारी खुद पेट्रोल पम्प पर आए हैं, तो इनसे पैसे लेना तौहीन-ए-हाकिम होगी! 
बस फिर क्या था... 
साहब का पेमेंट तो लौटाया ही, ऊपर से दीवाली गिफ्ट के रूप में मुक्का पैक करके सौंप दिया 🎁👊 
पूरा “सांस्कृतिक कार्यक्रम” प्यार और सद्भाव में चल ही रहा था 😅 
तभी पुलिस की एंट्री हुई 🚨 
परिणाम — 
पहले कर्मचारी जेल गए, फिर साहब भी सस्पेंड 🫠 
आख़िर में सवाल वही — 
बताओ भाई, क्या हासिल हुआ इस सब से? 🤷♂️ 
छोटू नाम सुनकर फ्लावर समझा था क्या? 🌸 
फ़ायर हूँ मैं! 🔥🔥
 
         
		  
		 
		