एक रिटायर्ड महिला प्राचार्य और उनके पति को एटीएस अधिकारी बनकर ठगों ने चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट पर रखा। ठगों ने उन्हें आतंकी कनेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे आरोप लगाकर डराया और उनसे बैंक खाते, आधार कार्ड जैसी निजी जानकारी मांगी। महिला प्राचार्य की समझदारी और एक वकील की मदद से यह पूरा मामला सामने आया और पुलिस ने उन्हें बचाया।
यह घटना जबलपुर के घमापुर इलाके की है। एक सेवानिवृत्त महिला प्राचार्य और उनके पति को ठगों ने अपना शिकार बनाया। ठगों ने खुद को एटीएस (एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड) का अधिकारी बताया। उन्होंने दंपति को डराया कि उनके पति के संबंध आतंकी अफजल खान से हैं। ठगों ने यह भी कहा कि उनके बैंक खाते से 70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है और उन्हें कमीशन के तौर पर 70 लाख रुपये मिले हैं। इतना ही नहीं, ठगों ने यह भी आरोप लगाया कि उनके नाम की सिम से देश की गोपनीय जानकारी बाहर भेजी जा रही है।