झुक गए नवाब झुक गए मुगल, झुक गया था गगन सारा,
जो कदे ना झुका, कदे ना रूकया ऐसा सूरजमल जाट हमारा।
अजेय योद्धा ,धर्म रक्षक ,महाराजा सूरजमल जाट जी के बलिदान दिवस पर उन्हें सादर नमन। महाराजा सूरजमल जी केवल एक शासक नहीं थे, वे स्वाभिमान, साहस और धर्मरक्षा के जीवंत प्रतीक थे। उन्होंने तलवार से नहीं, नीति, पराक्रम और राष्ट्रधर्म से इतिहास लिखा।