यह महज़ एक घटना नहीं है, भारत के संविधान
और सामाजिक व्यवस्था पर काला धब्बा है।यह
वह #ब्राह्मण परिवार है जिससे भूख,कुव्यवस्था
और बदहाली से तंग आकर आज परिवार सहित
आत्महत्या कर लिया।
यह घटना समस्तीपुर (बिहार) की है।😰
यह वह सवर्ण परिवार है जो भारत के संवैधानिक
नजरिए से किसी भी मदद व सरकारी योजना का
हकदार नहीं है।
इनके घर की छत व दीवारे चीख चीख कर इनके
बदहाली की गवाही से रही है।
काश इस सड़ी हुई सिस्टम ने इनको जाति से परे
आर्थिक आधार पर मदद किया होता तो शायद ये
हमारे बीच होते.!!
गरीबी जाति पूछकर नहीं आती है। आज लाखों
सवर्ण परिवार है जो ज़िल्लत से भरी गरीबी और
भुखमरी की जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन उन्हें मदद
के नाम पर कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलता..!!
आखिर कब तक हम संविधान के इस अन्याय पर
पर्दा डालते रहेंगे और अपने लोगों को इसी तरह
सरकारी तंत्र के आगे टूटते देखते रहेंगे.??
अभी भी वक्त है जागो वरना लुप्त हो जाओगे..!!
भावभीनी श्रद्धांजलि।😰🙏

