कोई लालकिले से तिरंगा उतार दे तो लाठी तक नहीं उठती..कोई ट्रेन जला दे तो कोई एक्शन नहीं...और दूसरी तरफ वो बेचारे हैं जिनका हुलिया देखते ही बुलडोज़र खुद ब खुद स्टार्ट हो जाता है...क्या यही गांधी जी के सपनों का भारत है. सेल्युलर पोस्ट