जीवन का अंतिम और अमिट सत्य राख ही है।
अतः राख ही, प्रत्येक वस्तु का सार है और
इसी सारतत्व को भगवान शिव अपने शरीर पर धारण करते हैं।
भगवान शिव की भस्म कहती है कि,
किसी भी वस्तु का अभिमान मत करो
क्योंकि प्रत्येक वस्तु एक दिन मेरे समान ही
राख बन जाने वाली है...
महादेव हर
🙏🌷

Karan Prashuram Bhagat
Удалить комментарий
Вы уверены, что хотите удалить этот комментарий?
Avinash Kashyap
Удалить комментарий
Вы уверены, что хотите удалить этот комментарий?