हरिद्वार हर की पौड़ी से मेरठ तक 80 राधास्वामी वालो के सत्संग डेरे ओर 50 निरंकारियों के डेरे
रास्ते में आते है दुख की बात है की सभी जगह ताले लगे हुए है खाने पीने के शिविर तो दूर ,पानी या केवल
भोलो के रुकने के लिए भी सत्संग डेरो के दरवाजे नहीं खुले जबकि इनके सत्संग डेरो में लंबी लंबी शेड डली होती है..
दुखद परंतु सत्य है🙏

rohit sharma
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