सवा तीन लाख करोड़ रुपए वार्षिक चढ़ावा सरकारों के खाते में जाता है हिंदू मंदिरों का।
जिसका एक पैसा भी हिंदुओं पर खर्च नहीं होता।
हमारे मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त करो।