असली लड़ाई जियोइकोनोमिक की है , जियोपोलिटिक्स(सीमा विवाद ) की लड़ाई दुनिया को दिखाने के लिए लड़ी जाती है ।
भारत तीस लाख बैरल तेल रुस से खरीदेगा , लेन देन डालर मे नहीं बल्कि रुबेल (रशियन करेंसी ) मे होगी । जिस भारतीय गेंहू की कोई वैल्यू नहीं थी आज दुनिया उसको खरीदने के लिए लाईन लगाए खड़ी है । यक्रेन दुनिया सबसे बड़ा कृषि प्रधान देश था , वह नष्ट हो रहा है , इसीलिए दुनिया में खाद्य संकट भी गहराता जा रहा है । इराक सिरिया पाकिस्तान अफ़ग़ान हर जगह महंगाई / भुकमरी है ।
