इच्छाशक्ति अगर दृढ़ हो तो पलट सकता है तूफान का रुख, लोग नाकामी को किस्मत का लिखा कहते हैं...। टीपी कॉलेज मधेपुरा में कल पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा दे रही एक छात्रा को हौसले का लोहा मानना चाहिए।
दोनों हाथों से दिव्यांग छात्रा ने अपने पैर से परीक्षा दी। किस्मत ने हाथों की लाचारी ने उसके लिए बाधाएं तो काफी खड़ी की लेकिन उसने हर बाधा को हंसते हंसते पार करने का सपना ठान लिया है। साथ ही हिंदी में नेट क्वालिफाइड भी हैं।
इस बहन के हौसले को नमन ...।। 🙏
