2 Jahre - übersetzen

अचानक आई गर्मी से अचकचा गए मन को आज मौसम देख राहत सी मिली। सुबह उठ कर बालकनी में जाते ही ठंडी हवाओं ने एहसास दिया...मार्च आ गया है!
फागुन सा मन और होली के रंग जैसे अब आसमान में घुलने लगे हैं। जब भी ऐसा मौसम होता है तो अपने कॉलेज के समय और मेरी 'सनी' बड़ी याद आती है। मैं और प्रियंका ऐसे मौसम में बेकाम ही घर से निकल जाते थे। यूँही घूमते, कुछ चटोरापन और ढेर सारी मस्ती! उफ्फ क्या दिन थे!!
ख़ैर...आज मौसम के साथ मैं भी बाहर निकल आई। बेटे के एग्जाम हैं उसे स्कूल छोड़ना आज बड़ा सुहाना लग रहा था। आज कहीं निकलना है तो उसके स्कूल में ही इंतज़ार कर रही हूँ, उसके पेपर खत्म होने का।
बाहर का समा बहुत प्यारा है, हरे भरे बगीचे, रंगबिरंगे फूल और ढेर सारे झूले। पर यहाँ पर मुझे एलिगेंट तरीके से वेट करना है, अपने बचपन को आँखों मे दबाए मैं बैठ गई हूँ।
मन की चाहना भी अजीब होती है, जब बचपन था तो लगता था बड़ा होना कितना अच्छा है...अब बड़े हो गए तो बचपन जीने का मन करता है।
बैठे बैठे सबसे खूबसूरत बात हुई। अचानक माइक पर सबसे पहले नमो अरिहंताणं और फिर ॐ भूर भुव स्व तत्वितुर्वरेण्यम शुरू हो गया।
मुझे सुनकर तसल्ली हुई, इस कांक्रीट के जंगल मे भी बच्चे के लिए यह स्कूल चुन पाई जो कम से कम ईसाई मिशनरियों की तरह नहीं।
अब राष्ट्रगान हुआ। और जनगणमन गुनगुनाते हुए मैं फिर से वो समय जी आई जो छोड़ आए थे पीछे।
यह बात शिद्दत से महसूस की आज कि कैसा भी मन हो, राष्ट्रगान सुनते ही मन मे गर्व, कृतज्ञता और प्रेम एक साथ उमड़ उठता है। मैं लिख रही हूँ और बैकग्राउंड में चल रहा है;
इतनी शक्ति हमे देना दाता मन का विश्वास कमजोर हो न...
बाकी तो...

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