उमेशपाल हत्या कांड मे मारे गए सिपाही राघवेंद्र सिंह अपने विवाह के लिए 4 दिन के बाद 3 महीने की छुट्टी पर जाने वाले थे, लेकिन अतीक- असद जैसे माफ़िया के गुर्गों ने मार डाला 😠
सिपाही के परिवार में कमाने वाला कोई नहीं..
इनका दोष?
इनका मानवाधिकार?
इनका न्याय?
इनकी आवाज़?
इनके लिए तो दोगले लोग शोक तक प्रकट नहीं कर रहे और माफिया डॉन अतीक के लिए विधवा विलाप कर रहे!ना जाने कितने ही परिवारों को अनाथ कर दिया और सुख चैन छीन लिया इसने फिर भी पूरा विपक्ष इसके साथ है !शर्म आती है ऐसे लोगो की मानसिकता पर......
