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#पेशवा_बाजीराव जी की धर्मपत्नी श्रीमती काशीबाई भट्ट जी के निवेदन पर स्वयं बाजीराव के अपने देहांत से कुछ वर्ष पहले ही द्वारा समाधिस्थल रावरखेड़ी ग्राम में मां नर्मदा के तट पर बने इस शिव मंदिर के द्वार पर बैठी इन माता जी को देख रहे हैं आप?
सुबह सुबह हाथों में तुलसी माला लिए मल्लाह समाज की ये माता जी ध्यानमग्न हो कर आराधना में तल्लीन हैं..
हिंदुत्व हमारी माताओं के इसी #धर्मतत्व के कारण आज तक सुरक्षित है.
#प्रणाम

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