2 yrs - Translate

भांजे Nitin Tripathi क्या इंटलीजेंस इमेजिनेशन ने इतनी तरक़्क़ी नही कि जो एक पिता की मार्मिक भावनाओं को समझ सके बे।।
कैसे उस नन्ही सी जान ने थैले में अंतिम यात्रा की होगी।।
कई मामलों में मामाश्री क्रुर ह्रदय के रहे लेक़िन आज इस ख़बर को सुनकर कलेजा हाथ मे आ गया।।
वाक़ई हमने बहुत प्रगति की है गिरधर।
याद रखना गरीब होना सबसे बड़ा अभिश्राप है इस दुनियां में।।
भगवान नननिये की आत्मा को शान्ति प्रदान करे और उस पिता को पहाड़ सी हिम्मत।।

image