बता इनमें से किसको मिटाने की औकात है तेरी😡😡
पहाड़-नदियां-समुद्र-धरती-आकाश-पाताल,सूर्य-चंद्रमा-तारे-रात-दिन-महीना-वर्ष-पेड़-पौधे-पशु-जानवर-घास-मिट्टी-आटा-चावल-दाल-सब्जी-मल-मूत्र तथा शरीर के अंग ये सभी सनातन संस्कृति के प्रतीक है
भिष्टा से सनी जुवान और धमनियों में तवायफ खाने की पैदाइश के रक्तधारी, मुगलीय मलमूत्र मैं भीगे नोटों से आंखों को बंद कर सनातन के बिरुद्ध जहर उगलने वाले, तुझे अपने बाप एवं धर्म की पता नहीं और सनातन को खत्म करने की बात कर रहा है,
विनाश काले विपरीत बुद्धि
