2 yrs - Translate

बुलाकी दास स्वामी गंगाशहर बीकानेर यह पोस्ट किया है बेटी के नसीब में पिता होता है मगर हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती है इसीलिए मैं आप को कह रहा हूं बेटियों को पापा की परी कहा जाता है मेरे बेटी नहीं इसलिए मैं हमेशा उसकी कमी महसूस करता हूं?
क्योंकि, बेटियाँ होती ही अनमोल है!
पापा को सर्वाधिक प्यार करने वाली उनकी बेटी ही होती है।
देख लेना आप आजमाकर
एक बार अपनी पत्नी के सामने अपने ससुर की बुराई करके देखो, आपको दिन में तारे दिखा देगी आपकी प्रिय पत्नी!
क्योंकि, आपने अपने प्रिय के प्रिय को प्रिय क्यों नहीं जाना?
भावनात्मक रूप से बेटियाँ अधिक सशक्त होती हैं।
परिस्थियों को भाँप लेने की अनोखी शक्ति बेटियों में होती है।
जिनके घर बेटी होती है वहाँ वास्तुदोष सहित समग्र दोषों का निवारण होने लगता है।
बेटियाँ लक्ष्मी को आकर्षित करती हैं, फलस्वरूप उस घर में प्रायः धन की कमी नहीं रहती जिस घर मेें बेटी सदृश अनमोल धन होती है।
बेटियों के चरित्रवती एवं नियमनिष्ठ होने से उस घर पर भूत, प्रेत, मैली विद्या, तांत्रिकता का भी प्रभाव नहीं पड़ता।
जिस घर मे बेटी खिलखिलाती रहे, उसके नूपुर बजते रहें, उसका यथोचित सम्मान होता है, कपड़े लते, श्रृंगार सामग्री आदि से उस देवी को प्रसन्न किया जाता हो उस घर पर कभी कोई संकट नहीं आता।
जो पिता अपनी बेटियों को शिक्षा प्रदान करे, वह शिक्षित बेटी संस्कारित होकर दो कुल की पीढ़ियों की तारणहार बन जाती है।
बेटी का मुस्कुराता चेहरा देखकर जो पिता अपने कार्यस्थल पर निकलता है उसे कार्य में सफलता मिलती है।
वर्ष में एक बार कन्या पूजन करने वाला बड़भागी होता है। उसका जीवन धन्य हो जाता है। ग्रह नक्षत्र अनुकूल होने लगते हैं। बरकत होती है। धन धान्य के भंडार भरे रहते हैं।
बेटियों पर लिखने में तो मेरी लेखनी भी जवाब दे जाती है क्योंकि बेटियाँ लाजवाब है।
विश्व की सभी बेटियों को समर्पित है मेरा यह आलेख। आपका अपना दोस्त बुलाकी दास स्वामी गंगा शहर बीकानेर
प्रणाम
(प्रणाम परिणाम बदल देता है)

image