बच्चे ने UPPET का फॉर्म भरा तो अनपढ़
गरीब पिता ने पूछा कि बेटा ...!
इस पेपर के बाद कौन सी नौकरी मिलेगी ..?
बेटा ; पिता जी , इससे कोई नौकरी नहीं मिलेगी बल्कि इससे अब मैं नौकरी वाला फॉर्म डालने लायक हो जाऊंगा ,
पिता जी 1500 रुपये दीजिये ....पेपर देने जाना है ..
पिता कातर नजरों से देखने के बाद रुपये की कहीं से व्यवस्था करके बेटे को देते हुए कहता है ; सम्हालकर खर्च करना
बेटा ; चिंता मत करो पिताजी ट्रेन से जाऊँगा, किराया कम लगेगा ..!
लड़का एग्जाम देकर आ गया और प्रतीक्षा करने लगा कि अब वेकैंसी निकले... बहुत प्रतीक्षा के बाद नौकरी की भर्ती निकली...
लड़के ने पेपर दिया .. पर कट ऑफ के नजदीक नहीं पहुंच पाया क्योंकि कट ऑफ अपेक्षा से कहीं अधिक ज्यादा हो गया था इसबार...
कुछ दिन बाद STF ने रिपोर्ट दिया कि फलां फलां जगह के कुछ सेंटर में खुलेआम नकल हुई है....आयोग ने नकल होने से इनकार कर दिया ....सरकार ने कहा भर्ती एकदम सही हुई है।
मामला कोर्ट में अटक गया तबतक में अगले साल के PET का एग्जाम फिर आ गया.....
बेटे ने फिर पिता से 1500 रुपये किराए और खर्चे के लिए मांगे ..!
पिता ने फिर रुपये की व्यवस्था करके बेटे के हाथ में दे दिया...,