2 Jahre

तलवारो पे सर वार दिये
अंगारो में जिस्म जलाया है
तब जाके कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है..
ऐ मेरी ज़मीन अफ़सोस नहीं
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे
महफ़ूज़ रहे तेरी आन सदा
चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे
ऐ मेरी ज़मीन मेहबूब मेरी
मेरी नस-नस में तेरा इश्क बाहे
फीका ना पड़े कभी रंग तेरा
जिस्मो से निकल के खून कहे.......
🇮🇳🇮🇳🇮🇳Jai hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

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