2 jr - Vertalen

✍️ सीता जी को भगवान राम से विरह की परम व्याकुल अवस्था में देखकर हनुमान जी अत्यंत दुखी हुए और उनका वह क्षण करोड़ वर्ष के समान बीता।
तब हनुमान जी ने हदय में विचार कर सीता जी के सामने अँगूठी डाल दी, मानो अशोक वृक्ष ने अंगारा दे दिया। अंगूठी को अंगारा समझ सीताजी ने हर्षित होकर उठकर उसे हाथ में ले लिया॥
✍️ दीपक शर्मा पारीक

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