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गीता प्रेस के संस्थापक सदस्य, महान स्वाधीनता सेनानी श्रद्धेय हनुमान प्रसाद पोद्दार 'भाईजी' के 131वें जयंती महोत्सव के अवसर पर आज गीता वाटिका, गोरखपुर में उनके 'जीवन और अवदान' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में सहभाग किया।
उनका संपूर्ण जीवन भारत व भारतीयता, भक्ति और वैराग्य एवं आध्यात्मिक साधना के लिए समर्पित रहा। उन्होंने भारत के वैदिक और आध्यात्मिक साहित्य की जो सेवा की, वह अभिनंदनीय है।
उनकी स्मृतियों को नमन!

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