2 ans - Traduire

लड़कियां एक बार अवश्य विचार करें इस पोस्ट पर...!!
क्या हमारे समाज मे लड़कियों की इतनी ही ओकात है जितना ये ऐड कम्पनीया दिखा रहे हैं...?
लड़‍कियां मर्दों की चड्ढी की पट्टी देख या उनके डिओ सूंघकर फिदा हो जाती हैं, पक्का ये सच मे ऐसा है क्या.....?
पूरी की पूरी विज्ञापन इंडस्ट्री हमें ये समझाने पर तुली हुई है कि एक औरत 150 रुपये की चड्ढी देखकर मचल जाने को तैयार रहती है...
औरतें अधिकारी बन रही हैं, ओलिम्पिक में पदक जीत रही हैं, कंपनियों की मालकिन बन रही हैं, गृहणी बनकर अपने परिवार का भविष्य सुधार रही हैं।
मगर विज्ञापनों की मानें तो वो सिर्फ छत पर छुप-छुप कर पड़ोस वाले लड़के को अंडरवियर पहन घूमते देखने की शौकीन हैं।
भले ही ये विज्ञापन मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं, मगर 10-15 साल के लड़के-लड़कियों पर ये बेहद बुरा असर डालने वाले हैं।
ये सीधे तौर पर लड़कों को ये सिखा रहे हैं कि पढ़ाई, शिष्टाचार गया तेल लेने, तुम बस कच्छे बदलो और लड़कियां तुम्हारे इर्द गिर्द नाचेंगी, ये उन्हें सिखा रहे हैं कि शरीर की बदबू दूर करने के लिए डीओ मत लगाओ, लड़की पटाने के लिए उसका इस्तेमाल करो।
ये सिर्फ आज के नौजवानों को नहीं, अगली पीढ़ी को भी बरगला रहे हैं और उन्हें औरत को सिर्फ इसी लायक समझने की शिक्षा दे रहे हैं एसेविग्यापनो का पुर्ण बहिष्कार करे ओर इन विज्ञापनों से बच्चों को दूर रखें, और मुमकिन हो तो खुद को भी दूर रखें,
अंडरवियर वो पहनें जो आपको पसंद हो, परफ्यूम वो लगाएं जो आपको पसंद हो, टूथपेस्ट वो इस्तेमाल करें जो आपको पसंद हो।
मगर ये हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी महिला इन्हें देखकर आकर्षित नहीं होगी फिर चाहे आप वरुण धवन या विकी कौशल ही क्यों ना हों, क्योंकि वास्तविकता में आपकी चड्ढी से किसी को मतलब नही है..!!

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