भारत में रेलवे की शुरुआत ब्रिटिश शासन के समय से हुई। भारत में पहली पैसेंजर ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को बम्बई(अब मुंबई) से ठाणे के बीच 34 किलोमीटर की दूरी में चली थी। उस समय लार्ड डलहौजी भारत के गवर्नर जनरल थे। इस ट्रेन को तीन इंजिनों-साहिब, सुल्तान और सिंध की मदद से चलाया गया था और इसमें 13 डिब्बे थे।
इससे पहले 1845 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने कंपनी की राजधानी कलकत्ता और पुराने जमाने की मुग़ल राजधानी दिल्ली को जोड़ने के लिए रेलवे लाइन बनाने के लिए ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी की शुरुआत की थी। रोलैंड मैकडोनाल्ड स्टीफेन्सन इसके मैनेजिंग डायरेक्टर थे, वे एक तजुर्बेकार रेलवे इंजीनियर थे। 1857 के विद्रोह के शुरू होने के बाद यह काम लगभग रुक गया और 1864 से दिल्ली रेलवे स्टेशन के बनने के बाद दिल्ली और हावड़ा/कलकत्ता से ट्रेनों का सफर शुरू हुआ।