तीर्थराजी देवी, यूपी के कुशीनगर में रहती थीं। वो मजदूरी करतीं, पति कपड़े धोने का काम करते।
तारीख- 9 नवंबर 2016, नोटबंदी की अगली सुबह
तीर्थराजी 1 हजार के 4 नोट लेकर बैंक पहुंचीं। ये उनकी जमा पूंजी थी।
बैंक बंद था। चाय की दुकान से पता चला कि नोटबंदी हो गई, सदमा लगा, मौत हो गई।