2 años - Traducciones

ये मुसाफ़िरी जाने किस डगर की मिली।
पता नही ज़िन्दगी कितनी उमर की मिली।।
इन पाँवों के लिपटा रहा बच्चों का ख़्वाब-
आमद मुश्किल से गुजर बसर की मिली।
काँटे हटाये तब जाके मिला थोड़ा सुकून-
हमें हिस्से में छाँव भी कीकर की मिली।
गये दफ़्तरों में *इमदाद की दरख़्वास्त ले-
कुछ मिला तो बात इधर उधर की मिली।
हमारे चरागों से उजाले हुए कहीं ‘शेखर’-
हम रात से लड़े तो रोशनी *सहर की मिली।

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