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🌹 🌷 ।। श्री ।। 🌷 🌹
जय सियाराम सुमंगल सुप्रभात प्रणाम बन्धु मित्रों। राम राम जी।
श्रीरामचरितमानस नित्य पाठ पोस्ट ३३२, बालकाण्ड दोहा ६७, पार्वती का पति कैसा होगा।
जोगी जटिल अकाम मन नगन अमंगल बेष।
अस स्वामि एहि कहॅं मिलिहि परी हस्त असि रेख।।
भावार्थ:- नारदजी ने हिमाचल से पार्वती का भविष्य बताते हुए कहा कि इसका पति योगी, जटाधारी, निष्काम हृदय, नंगा और अमंगल वेषवाला, ऐसा पति इसको मिलेगा। इसके हाथ में ऐसी ही रेखा पड़ी है।
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