बस इतनी सी फ़ौज आपकी अमरनाथ यात्रा कराने के लिए सरकार को डिप्लॉय करनी पड़ती है - मात्र 60 हज़ार

और ये सब ना जाति देखकर होता ना छत्रपि देखकर।

बाक़ी आप-हम यहाँ जातियों में उलझकर धर्म को कमजोर करते ही है।