हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी साहब ने कल जब लोकसभा में शपथ ली तो उन्होंने "जय फिलिस्तीन" बोला

यह नारा सामान्य नहीं था क्योंकि लोकसभा में कुछ कहना और बाहर कुछ कहना दोनों में बहुत बड़ा फर्क होता है।

संविधान के आर्टिकल 102(D) में कहा गया है कि

किसी भी सांसद की सदस्यता ख़त्म हो सकती है यदि वह

acknowledgement of allegiance or adherence to a foreign State यानि

किसी भी विदेशी राज्य के लिए अपनी लॉयल्टी प्रकट करता है।

असदुद्दीन ओवैसी साहब थोड़ा कूल बनने के चक्कर में संविधान के नियमों के विरुद्ध चले गए।

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