सरदार भगत सिंह जी का पुश्तेनी घर का भीतरला भाग, भगत जी के पिताजी सरदारों के भी सरदार थे अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति थे। जमीन-जायदाद के मालिक।
भगतसिंह जी चाहते तो एंस-ओ-आराम से जिंदगी बिता सकते थे लेकिन उन्होंने अपनी भारत माँ की जंजीरों को तोड़ने का रास्ता अपनाया और कामयाब भी हुये, आपकी क़ुरबानी देश का हर एक आदमी याद रखेगा।
इंकलाब जिंदाबाद 🇮🇳💪🏼
