34 ث - ترجم

यह बिहार का सुपौल है। जो पत्थरबाजी कर रहे मुसलमान नहीं है। जनता का आरोप था कि दरोगा गाली देता है, न्याय नहीं करता, बस वसूली करता है, थाने में सुनवाई नहीं होती।

फिर क्या था जनता आग बबूला हो गई। पुलिस ने भी पिस्तौल तान दी। देश में हर कोई भरा हुआ है। बिहार हो या यूपी।