31 ث - ترجم

जिंदगी अनमोल है।
जिंदगी को उन राजनेताओं के लिए मिटाना जिन्होंने कभी हमारी आवाज नहीं सुनी। हमारा दुख नहीं समझा। हमारे आक्रोश को सम्मान नहीं दिया।
इन राजनेताओं को अपने दुख का एहसास कराने के लिए जान गंवाना कोई समझदारी नहीं है।
लेकिन कोई हमारा अपना अगर अपनी जान दाव पर लगाता है। तो ये हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपने की जिंदगी को अहमियत दे।
क्योंकि जिस कष्ट में डल्लेवाल साब है। उस मनोस्थिति में चेतना अपनी क्षमता खो देती है। उनका संघर्ष वाकई जिगरे वाला है। उनके साथ खड़े हो जाओ। ओर इन सत्ताधारियों से अपनी जमीन ओर मेहनताना लेना है तो इकट्ठा होना ही पड़ेगा।
ये लड़ाई किसी खास क्षेत्र, मां बोली या किसी खास फसल की नहीं है। देश के किसान की ताकत का एहसास कराने की है। मैं अपने जागरूक किसान नेतृत्व से अपील करूंगा कि डल्लेवाल साब की जान की अहमियत समझे और एकजुट हो जाए। यह किसानों की जंग की आवाज है।
वास्तविक जट्ट

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