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बिनु सत्संग विवेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोईः
सत्संग का मतलब है, सत्य की संगति. अर्थात सत्य यानी ईश्वर और साधु का संग. अब साधु कौन? जिसमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार न हो. सच माने अगर आपको शून्य इच्छा वाले गुरु मिल गए,सारे पाप स्वतः समाप्त 🙏
आप सबको सुप्रभात और राधा राधा 🙏

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