गुकेश का शतरंज की दुनिया में सफर बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने मात्र 18 साल की उम्र में विश्व शतरंज चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया। यह खिताब जीतने वाले वे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। उनकी यह ऐतिहासिक उपलब्धि उनकी गहरी रणनीतिक सोच, दृढ़ संकल्प और अनुशासन का प्रमाण है, जिसने उन्हें शतरंज की दुनिया में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
