व्यस्त है समाज नारी की पीड़ा लिखने में
पुरुषों का पीर कौन लिखे!
औरत के आंखों का नीर सबने लिखा
पुरुषों के आंखों का नीर कौन लिखे!!
न्याय व्यवस्था में सुधार की सख्त जरूरत है
हर घरेलू हिंसा में पुरुष उत्पीड़क और महिला उत्पीड़ित हो जरूरी नहीं..
#मानव_शर्मा
