1947 में जूनागढ़ को भारत में सम्मिलित किए जाने के बाद सरदार पटेल ने कहा कि यह समय पुनर्निर्माण का समय है। फिर उन्होंने सेना को सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का आदेश दिया।
इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने मंदिर के जीर्णोद्धार को हिंदू पुनरुत्थान बताकर विरोध किया। सरकारी खजाने से पैसा देने से मना कर दिया। फिर चंदा लेकर मंदिर का जीर्णोद्धार शुरू करवाया गया। इसके बावजूद नेहरू ने तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद को सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन में नहीं जाने दिया था। 1951 में नेहरू के विरोध के बावजूद डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने सोमनाथ जाकर मंदिर में ज्योतिर्लिंग स्थापित किया।
इस बात से स्पष्ट है कि गांधी-नेहरू परिवार हिंदू विरोधी है। हिंदू आस्था का अपमान कर कांग्रेस पार्टी खुद को गौरवान्वित महसूस करती है। कांग्रेस सिर्फ तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति करती है।
