चंद्रगुप्त का साहस हूँ, अशोक की तलवार हूँ।
बिंदुसार का शासन हूँ, मगध का आकार हूँ।
अजी हाँ! बिहार हूँ ।।
दिनकर की कविता हूँ, रेणु का सार हूँ।
नालंदा का ज्ञान हूँ, पर्वत मन्धार हूँ।
अजी हाँ! बिहार हूँ ।।
#bihardiwas

चंद्रगुप्त का साहस हूँ, अशोक की तलवार हूँ।
बिंदुसार का शासन हूँ, मगध का आकार हूँ।
अजी हाँ! बिहार हूँ ।।
दिनकर की कविता हूँ, रेणु का सार हूँ।
नालंदा का ज्ञान हूँ, पर्वत मन्धार हूँ।
अजी हाँ! बिहार हूँ ।।
#bihardiwas