सोचिए, अगर आपके लिए खाना खाना भी मुश्किल हो, हाथ कांपते रहें, चम्मच उठाओ तो खाना गिर जाए, और हर बार एक निवाला मुँह में डालने के लिए भी किसी और की मदद लेनी पड़े..
आरव अनिल ने बचपन से ही अपने अंकल के साथ यह होते देखा। आरव के अंकल को Parkinson’s Disease है। इस तरह उन्हें संघर्ष करते देखना नन्हे आरव के लिए काफी दुखद था; इसलिए छोटी उम्र में ही उसने इसका समाधान खोजना शुरू कर दिया!
सिर्फ 17 साल की उम्र में, बेंगलुरु के इस किशोर ने Microcontrollers, Sensors, Motors और एक 3D Printer लिए और कई दिनों तक, घंटों तक इनके साथ कुछ बनाने की कोशिश करता रहा।
काफी कोशिशों और कई बार असफल होने के बाद आरव ने एक कमाल का Invention किया, जो थी एक Smart Spoon!
ये एक ऐसी चम्मच है जो हाथों के कांपने को सेंस करके खुद ही उसे बैलेंस करती है, जिससे खाना बिलकुल नहीं गिरता।
इसमें इस्तेमाल हुआ Battery-powered Spoon Sensor हाथों के हिलने की दिशा को पहचानकर, उसे उल्टे डायरेक्शन में घुमा देता है, जिससे खाना चम्मच में टिका रहता है।
नार्मल चम्मच से विपरीत, ये Smart Spoon मरीज़ के हाथों के कांपने को समझती है, और उसी के हिसाब से अपने आप एडजस्ट हो जाती है; ताकि Parkinson’s या Motor Disorder से जूझ रहे लोग बिना किसी की मदद के खाना खा सकें।
आरव के इस innovation को Germany में World Robot Olympiad में First Prize भी मिल चुका है! :trophy:
भारत में Parkinson’s के 70 लाख से ज़्यादा मरीज़ हैं। और ऐसे में उनकी Smart Spoon काफ़ी मददगार साबित हो सकती है!
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