मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति किसी हंसते खेलते शहर को तबाह करने के लिए काफी है।
ये बंगाल की वही गलियां हैं जहां कभी मां जगदम्बा के जयकारों की गूंज होती थी।
ये बंगाल की वही गलियां हैं जहां शाम होते ही पूजा की घंटियों की आवाज गूंजती थी।
लेकिन आज इन्हीं गलियों में अर्द्धसैनिक बलों का पहरा है।
बंगाल की खुशियां आज जंजीरों में जकड़ी हुई है और उस जंजीर की कमान बंगाल की निरंकुश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों में है।
बंगाल का हिन्दू समाज, बंगाल की वास्तविक संस्कृति, बंगाल का उत्सव, बंगाल का उत्साह, बंगाल की शांति, बंगाल की समृद्धि आज मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति का भेंट चढ़ रहा है।
