चार दर्जन से ऊपर आतंकी हमले हुए आपके कार्यकाल में , सीमा पार से अनवरत घुसपैठ जारी रही , सुरक्षा बल - सेना - आम लोग आतंकी हमलों के शिकार होते रहे और सिवाय कोरी बयानबाजी करने के आप हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे .. प्रधानमंत्री जी .. आपने ही नोटबंदी लागू करते समय कहा था " आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए लिया है ये निर्णय " .. अब आप ही बताएं आंतकवाद की कमर टूटी क्या ?
आपकी सरकार के द्वारा सीमा पर बरती जाने वाली लापरवाही का नतीजा है आतंकी घटनाओं में हुई बढ़ोत्तरी , पहलगाम की अतिदुःखद घटना से सबक लेते हुए यथोचित कार्रवाई करने का साहस जुटाईए और आतंकवाद के फ्रंट पर अपनी सरकार की नाकामी के लिए देश से माफ़ी मांगिए या फिर प्रायश्चित करते हुए तत्काल इस्तीफ़ा दीजिए ..
जुबानी गोले दागने और आपकी बड़ी - बड़ी लच्छेदार बातों से देश की सुरक्षा नहीं होने वाली .. प्रधानमंत्री जी .. जरूरत गंभीरता से समीक्षा इस बात की किए जाने की है कि चूक कहाँ हो रही है, तत्पश्चात दृढ निश्चय के साथ कार्रवाई किए जाने से ही आतंकवाद से निपटा जा सकता है ..
