"जहाँ उम्मीदें अक्सर धूल में खो जाती हैं, मैं वहाँ एक किरण बनकर जाती हूँ।
मैं उन मासूम बच्चों के बीच जाती हूँ, जो मलिन बस्तियों में रहते हैं—जिनके पास किताबें तो हैं, मगर सही दिशा नहीं। मेरा प्रयास है कि मैं उन्हें सिर्फ अक्षर नहीं, जीवन की सही दीक्षा दूँ। हर दिन उनके सपनों में रंग भरने की कोशिश करती हूँ। क्योंकि मैं मानती हूँ—शिक्षा सिर्फ ज्ञान नहीं, बदलाव की पहली सीढ़ी है। और यदि मैं किसी एक बच्चे की ज़िंदगी को रोशन कर सकी, तो समझूँगी मेरा जीवन सार्थक हुआ।
चलो, मिलकर उम्मीदों की लौ जलाएँ..."
#शिक्षा_से_परिवर्तन #बदलाव_की_ओर #हर_बच्चा_अहम_है
#दीक्षा_ही_दिशा_है #उम्मीदों_की_किरण #सेवा_ही_सच्ची_पूजा
