7 ш - перевести

ट्रम्प और मोदी, दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ..

ट्रम्प विशुद्ध कारोबारी हैं और हमारे वाले मोदी जी चुनिंदा कारोबारियों के सबसे बड़े पैरोकारी .. इसी वजह से आज अमेरिका ट्रम्प को दुबारा गद्दी तक पहुँचाने वाले मस्क चला रहे हैं और हिंदुस्तान मोदी जी के पसंदीदा अडानी और अंबानी ..

ट्रम्प व् मोदी, दोनों इतिहास में अपनी कम राजनीतिक समझ , अटपटी बयानबाजी , अव्यावहारिक निर्णयों के उल्लेख के साथ ही दर्ज किए जाएंगे .. इस लिए दोनों अपने कारोबारी आकाओं की हितों को कवच प्रदान करने के लिए कब क्या बोलेंगे, कब कैसा / कौन सा निर्णय लेंगे, इसके कूटनीतिक निहितार्थ निकालने के लिए ज्यादा माथा - पच्ची करने की जरूरत नहीं है ..

अमेरिका से लेकर अपने मुल्क हिंदुस्तान तक गंभीर समालोचकों में इस बात को लेकर कोई मतैक्य नहीं है कि दोनों को विदेश - नीति , वैश्विक अर्थ - नीति , कूट - नीति , सामरिक - नीति की कोई समझ नहीं है, दोनों को सिर्फ खबरों में बने रहना है और इसका सबसे आसान तरीका सनसनी पैदा करने वाली बेतुकी - अटपटी बयानबाजी है , जिसका पालन दोनों बखूबी करते हैं और ऐसा करते हुए दोनों अपने - अपने राष्ट्रहित को भी दांव पर लगा देते हैं ..

image