आदमी चले जाते हैं और मकान रह जाते हैं...
है कुछ लोग जो कच्चे घर बनाकर, पककी खुशियां पा लेते हैं।
पुरानी कहावत है इंसान खाली हाथ ही आया है और खाली हाथ ही जाएगा...
कलयुग में इंसान इतना ज्यादा लालची हो गया है कि यह भूल गया है कि
आपके साथ आपके कर्म ही जाएंगे बाकी पैसा ,जमीन ,जायदाद सब यहीं की यहीं रह जाएगी जिसका एक उदाहरण आपके सामने है...
