आज विवाह की 31वी वर्षगांठ पर आपके साथ, सहयोग, स्नेह और प्यार के लिए अत्यंत प्रफुल्लित व हर्षित हूँ, आपके आने के बाद जीवन मे बहार आई, मुझ जैसे निक्कमे, आलसी और क्रोधी व्यक्ति को आपने इतने वर्षों से अपने प्रेम की छांव में स्थान देकर रखा,
मेरे परिवार की बगिया में दो दो सुंदर फूल खिलाये,
मेरे परिवार, मित्रो और समाज के सभी साथियों के प्रति आपका सहयोग हमेशा प्रशंसनीय रहा,
अत्यंत स्वादिष्ट स्वादिष्ट भोजन पकवान खिला कर मुझे पेटू बनाया, मेरी पसन्द को हमेशा अपनी पसंद माना, आपके साथ और सम्बल के भरोसे ही मैं अपने पारिवारिक, व्यबसायिक और सामाजिक कार्यो को कर पाया,
बदले में आज तक आपने कुछ नही मांगा, आप जैसा जीवनसाथी पाकर मैं धन्य हुआ, हर जन्म में किसी भी रूप में रहे लेकिन हमारा साथ यू ही बना रहे ऐसी मनोकामना के साथ विवाह की 31वी वर्षगांठ की आपको भी बहुत बहुत बधाई, एक बार फिर शुभकामनाएं और वो क्या कहते है लव झु मेरे दो बच्चो की माँ को।
विशेष नोट:- (लिखना पड़ता है भाई, स्टील के बेलन के दर्द से बचने के लिए लिखना पड़ता है धर्मपत्नी जी की आदेस पर 🤩🤩☺️☺️)

