5 د - ترجم

जब सत्ता की खातिर लोकतंत्र पर ताले जड़े गए,
तब जयप्रकाश नारायण ने विचारों से ताले तोड़े...
सलाखें उनके आजाद विचारों को कैद नहीं कर पाईं,
शरीर टूटा, पर लोकतंत्र को फिर से जिंदा करने का संकल्प नहीं...
#samvidhanhatyadiwas

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