पंडित धीरेंद्र शास्त्री कथावाचक के रूप में ही नहीं, बल्कि भारत और विश्व स्तर पर सनातनी विचारधारा के प्रमुख प्रचारक के रूप में भी जाने जाते हैं। जब धीरेंद्र शास्त्री जैसे सनातनी व्यक्तित्व पर कोई टिप्पणी करता है, तो यह मान लेना उचित है कि वह व्यक्ति सनातन और हिंदुत्व का विरोधी है।